पिये जा, जिये जा ,
उसके अश्को को ही सही
पर तू पिये जा जिये जा
कल तक कमी थी
आज पूरी हो जाएगी
तेरे साथ न सही
संग यादो में दौड़ी चली आएगी
यहाँ मय भी है
मीना भी है
यादों में उसकी
जीना भी है
उतार इक घूंट,
उसकी यादों का
तू हलक के नीचे
यहाँ नशेमन भी है
और नशा -ए-यार भी
रख सामने साकी,
तू देख तो जरा
नशा किस्मे है
यहाँ तेरा हमदर्द (मय) भी हैं
और तेरा यार भी
पैमाने टूटते है
तो टूट जाने दो
आज हौसला रखो अपने हौसले का
देख वफ़ा किस्मे है
आज वो भी है
और उनकी यादे भी